Board Exam News: 10वीं बोर्ड की आखिरी परीक्षा 2024 में होगी, इसके बाद भविष्य में सिर्फ 12वीं कक्षा बोर्ड कक्षा होगी – 10वीं और 12वीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एक नई खबर का निकल सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि अब से 2024 के बाद दसवीं कक्षा में बोर्ड नहीं रहेगा और इसकी जगह 12वीं कक्षा में ही केवल बोर्ड परीक्षा होगी। केंद्र सरकार द्वारा केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति के अनुसार राजस्थान में भविष्य में बोर्ड का कार्य आधा रह जाएगा। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार लग रहा है, की बोर्ड 2024 की दसवीं की परीक्षा आखरी बार कराएगा, इसके बाद बोर्ड के पास केवल 12वीं की परीक्षाएं कराने का काम होगा, इस दिशा में अभी अंतिम निर्णय नहीं आए लेकिन बोर्ड जिस तरह से नहीं नई शिक्षा नीति के अनुसार काम करने लगा है उसे इन संभावनाओं को बल मिल रहा है बोर्ड ने नई शिक्षा नीति की पालना में ही वर्तमान में जारी बोर्ड परीक्षाओं के तहत पेपर सेटिंग कुछ बदलाव कराए हैं।

बोर्ड के स्टेटस परिवर्तन के बारे में फैसला राज्य सरकार के निर्णय पर ही निर्भर करेगा। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन की दिशा में काम प्रगति पर है। इस शिक्षा नीति के प्रावधानों को अलग-अलग रूप में लागू किया जा रहा है। बोर्ड में अप्रत्यक्ष रूप में कुछ चीजें लागू की गई हैं।
बोर्ड ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के दिशा-निर्देशों को फॉलो करना शुरू कर दिया है। बोर्ड के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस बार की बोर्ड परीक्षाओं में विद्यार्थियों के लिए पेपर में कुछ बदलाव किए गए। इनमें पेपर को चार खंड में बांटना, बहुविकल्पीय प्रश्न, लघुत्तरात्मक और अति लघुत्तरात्मक प्रश्नों को डिजायन करना आदि उसी का हिस्सा हैं। बोर्ड ने परीक्षा से पूर्व विभिन्न विषयों के मॉडल पेपर भी एनसीईआरटी की गाइड लाइन के अनुसार ही जारी किए थे। बोर्ड को सिलेबस और पेपर सेटिंग को लेकर टास्क दिए थे, जिन्हें पूरा किया जा चुका है।

एक साथ ही होंगी 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं समाप्त विशेषज्ञों का कहना है कि नई शिक्षा नीति लागू हो रही है और केंद्र सरकार भी संकेत दे चुकी है कि 10वीं बोर्ड समाप्त होगा। संभावना यही है कि पूरे देश में एक साथ 10वीं बोर्ड समाप्ति का निर्णय किया जाएगा। राजस्थान में सरकार की मंशा पर यह फैसला तय होगा। अभी तक राज्य सरकार ने नई शिक्षा नीति का अंगीकार नहीं किया है।
• नई सरकार करेगी भविष्य तय । एक सवाल यह भी खड़ा किया जा रहा है कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद किस पार्टी की सरकार बनेगी वही बोर्ड के स्टेटस को लेकर अंतिम निर्णय लेगी। यदि केंद्र सरकार की पार्टी ही राज्य में भी आती है तो फिर नई शिक्षा नीति के लागू होने में कोई देरी नहीं होगी। यदि राज्य में मौजूदा सरकार ही रिपीट होती है तो कुछ देरी संभव हो सकती है।
• 1957 से हो रही 10वीं की परीक्षाएं| राजस्थान माध्यमिक बोर्ड का गठन 1957 में किया गया था। 10वीं की परीक्षाएं प्रारंभ से ही हो रही हैं। प्रारंभ में इस बोर्ड के जरिए दो बोर्ड परीक्षाएं 10वीं व 11वीं आयोजित की जाती थीं। बाद में शिक्षा नीति में हुए बदलाव के बाद 10 + 2 स्कीम आ गई और 11वीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त हो गई। इसके बाद से 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाने लगीं। वर्ष 2023 की परीक्षाओं के लिए ही बोर्ड को 21 लाख से अधिक स्टूडेंट्स पंजीकृत किए गए।